History and Facts about Dinosaurs in Hindi: डायनासोर का नाम सुनते ही हमारे सामने विशालकाय और अत्यधिक ताक़तवर जीवों के चित्र घूमने लगते हैं. Jurassic Park और Jurassic World जैसी फिल्मों और डायनासोर से जुड़ी अन्य स्टडीज ने इन जीवों के बारे में और अधिक जानने की हमारी जिज्ञासा को बढ़ा दिया है.
डायनासोर जानवरों का अस्तित्व पृथ्वी पर मानव प्रजाति के जन्म से बहुत पहले हुआ करता था. ये विशालकाय जानवर बहुत लम्बे समय तक जीवित रहे और अपनी हुक़ूमत चलाते रहे, और फिर किसी कारण से इनकी प्रजातियों का पूरी तरह से ख़ात्मा हो गया.
इस पोस्ट में हम डायनासोर के इतिहास, उनकी शारीरिक और जैवीय विशेषताओं, डायनासोर से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों और उनके ख़त्म होने के कारणों के बारे में जानेंगे.
डायनासोर का इतिहास (History of Dinosaurs in Hindi)
- आज के समय में डायनासोर के बारे में हमने गंभीरता से रिसर्च करना लगभग 19वी शताब्दी के शुरुआत में की. 1820 में जब वैज्ञानिकों को इन जीवों के जीवाश्म प्राप्त हुए तो इन्हें Megalosaurus नाम दिया गया था.
- अनेक जगहों से मिले डायनासोर के जीवाश्मों से पता चलता है कि डायनासोर पृथ्वी पर लगभग 24 करोड़ साल पहले जन्मे और लगभग 17 करोड़ सालों तक पृथ्वी पर विचरण करने के बाद 6.5 करोड़ साल पहले उनकी प्रजाति किसी अज्ञात वजहों से ख़त्म हो गई.
- जिस कालखंड में डायनासोर पृथ्वी पर रहते थे उस समयकाल को मेसोजोइक (Mesozoic Era) काल कहा जाता है.
- जाने माने ब्रिटिश जीव-विज्ञानी सर रिचर्ड ओवेन ने सबसे पहले सन 1842 में ‘Dinosaur’ शब्द का प्रयोग किया था. उन्होंने उस समय ज्ञात तीन सरीसृप जैविक समूहों Megalosaurus, Iguanadon और Hylaeosaurus का अध्ययन किया और जाना कि इन तीनों समूहों में पाए जाने वाले जानवर लगभग एक-सामान विशेषताएँ रखते हैं. जैसे कि अपने समय के सबसे बड़े जानवर होना, ज़मीन पर रहने वाले और अपने पैरों के सहारे चलना (स्थलीय कशेरकू जीव) आदि. इस वजह से रिचर्ड ने इन सभी जीवों का एक कॉमन समूह बनाया जिसे ‘डायनासोर’ कहा गया.
Q. डायनासोर शब्द का क्या मतलब है? Meaning of Dinosaur in Hindi
Ans: Dinosaur शब्द प्राचीन ग्रीक भाषा के Deinos और Sauros शब्दों से मिलकर बना है जिनका अंग्रेज़ी में अर्थ होता है क्रमश: Terrible & Lizard यानि कि ‘भयानक छिपकली’.
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डायनासोर से जुड़े रोचक तथ्य (Facts about Dinosaur in Hindi)
- डायनासोर के बारे में पढ़ाई या रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों को Paleontologist कहा जाता है. ये लोग चट्टानों और ज़मीन से पाए जाने वाले जीवाश्मों (Fossils) द्वारा डायनासोर के बारे में अध्ययन करते हैं.
- जिस समय पर Dinosaur पृथ्वी पर जन्मे, तब सातों महाद्वीप आपस में जुड़े हुए थे. लगभग 20 करोड़ साल पहले महाद्वीपों का एक-दूसरे से अलग होना प्रारंभ हुआ, जिसकी वजह से डायनासोर सभी क्षेत्रों में फैल गए.
- डायनासोर पृथ्वी के हर हिस्से पर पाए जाते थे, यहाँ तक कि अंटार्टिका पर भी. अंटार्टिका पर भी वैज्ञानिकों को डायनासोर से मिले-जुले जीवाश्म प्राप्त हुए हैं.
- इंसानों को पृथ्वी पर रहते हुए केवल 25 लाख साल के आस-पास का समय हुआ है, जबकि डायनासोर यहाँ पर 16 करोड़ साल तक जीवित रहे.
- ऐसा माना जाता है कि सभी डायनासोर विशालकाय शरीर वाले थे, लेकिन वैज्ञानिकों के अनुसार छोटे आकार वाले Dinosaur भी थे. बड़े आकार वाले जीवों के जीवाश्म लम्बे समय तक बचे रहने के कारण हमें ज्यादातर उनके ही जीवाश्म प्राप्त हुए हैं.
- आज के से में पाए जाने वाले कुछ पक्षी, डायनासोर के परिवार के सबसे नज़दीकी सदस्यों में से एक हैं.
- अंतिम समय-काल के कुछ डायनासोर के जीवाश्मों के अनुसार उनके शरीर पर पंख होने के प्रमाण मिले हैं, लेकिन उनके पास उड़ने की क्षमता होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं.
- ज्यादातर ज्ञात डायनासोर शाकाहारी थे और पेड़-पत्ते खाकर जीवित रहते थे लेकिन कुछ डायनासोर बहुत ही ख़ूँख़ार और मांसाहारी थे.
- वैज्ञानिकों के अनुसार डायनासोर की लगभग 2468 प्रजातियाँ पाई जाती थी. 500 के लगभग प्रजाति वैज्ञानिक तौर पर साबित हो चुकी हैं. जिनमें से प्रमुख थी Tyrannosaurus rex, Deinonychus और Velociraptor.
- मांसाहारी डायनासोर को Theropod कहा जाता है जिसका मतलब होता है ‘खूने पंजों वाले राक्षस’. मांसाहारी डायनासोर के पंजे तेज और नुकीले होते थे, जबकि शाकाहारी डायनासोर के पंजे तुलनात्मक तौर पर कम खतरनाक होते थे.
- अब तक मिले अवशेषों के अनुसार सबसे पुराना ज्ञात डायनासोर 230 million साल पुराना है. इसका अभी तक कोई नाम नहीं रखा गया है. इसके बाद सबसे पुराने ज्ञात डायनासोर का नाम Earop tor है. यह एक मांसाहारी डायनासोर है. Eoraptor का fossil 1991 में अर्जेंटीना में खोजा गया था.
- Micropachycephalosaurus’ किसी भी ज्ञात डायनासोर का सबसे लंबा नाम है. इसके जीवाश्म ज्यादातर चीन में मिलते रहे हैं.
डायनासोर से जुड़े रोचक तथ्य (Dinosaur Facts in Hindi)
- डायनासोर के जीवन अवधि का अभी तक पक्के तौर पर पता नहीं लगया जा सका है, लेकिन कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार डायनासोर लगभग 200 सालों तक जीवित रहते थे.
- पृथ्वी इतिहास के जिस समयकाल में डायनासोर यहाँ पर जीवित रहे उसे Mesozoic era कहते हैं. इस कालखंड को तीन अन्य खण्डों में बाँटा गया है जिनके नाम हैं – Triassic, Jurassic और Cretaceous. डायनासोर इन तीनों कालखंडों में जीवित रहे.
- डायनासोर के दौड़ने की गति का अंदाजा उनके पद-चिन्हों के बीच की दूरी के आधार पर लगाया जाता है. कुछ सबसे तेज दौड़ने वाले डायनासोर 70 KM परत घंटे की रफ़्तार से दौड़ सकते थे.
- मांसाहारी डायनासोर की हड्डियाँ खोखली होती थी, जिससे इन्हें शिकार करते समय कम वजन के कारण तेज दौड़ने में सहायता होती थे.
- मांसाहारी डायनासोर के आगे के पैर छोटे और पीछे के पैर बड़े एवं मजबूत होते थे. यह डायनासोर दो पैरों पर ही चलते थे जबकि शाकाहारी डायनासोर चार पैरों पर ही चलते थे.
- ज्यादातर डायनासोर प्रजनन के लिए अंडे देते थे. अब तक 40 से ज्यादा प्रजातियों के अंडे देने के सबूत प्राप्त हुए हैं.
- डायनासोर के अंडे आकार में बास्केटबाल के आकार तक होते हैं. अभी तक प्राप्त सबसे बड़े डायनासोर अंडे का आकार 19 इंच के लगभग है. सबसे छोटा प्राप्त अंडा मात्र 3 सेंटीमीटर लंबा है और इसका वजन 75 ग्राम है.
- सबसे लम्बे पंजों वाला ज्ञात डायनासोर Therizinosaurus था. इसके पंजों की लम्बाई 3 फुट के बराबर थे.
- डायनासोर प्रजनन के लिए घोंसले बनाते थे और अपने अंडों की सुरक्षा भी करते थे.
- Tyrannosaurus rex अपने 6 इंच लम्बे दाँतों की सहायता से सबसे खतरनाक मांसाहारी डायनासोर थे. वो एक साल में 22000 किलो से भी ज्यादा मीट खा जाते थे.
- कुछ डायनासोर की पूंछ 45 मीटर तक लंबी थी. इस पूछ की सहायता से डायनासोर भागते समय संतुलन बनाते थे.
- बोलीविया में Cretaceous Park के अन्दर एक छूना पत्थर की चट्टान पर डायनासोर के 5000 से भी ज्यादा फुटप्रिंट पाए गए हैं. जो लगभग 6.8 करोड़ साल पुराने हैं.
- वैज्ञानिकों के अनुसार डायनासोर के सबसे बेहतर जीवाश्म नदी के किनारों के आस-पास से मिले हैं.
डायनासोर पृथ्वी से विलुप्त कैसे हो गए? (Reason for Dinosaur Extinction Explained in Hindi)
लगभग 6.5 करोड़ साल पहले कुछ रहस्यमय कारणों से डायनासोर पृथ्वी से ग़ायब हो गए. जिस समय डायनासोर पृथ्वी से विलुप्त हुए उसी समय में और भी बहुत सारी प्रजातियाँ उनके साथ ख़त्म हो गयी थी.
डायनासोर के विलुप्त होने को लेकर अनेकों कारण और थ्योरी बताई जाती हैं, जैसे कि कई सारे ज्वालामुखी का विस्फोट, भूकंप या फिर किसी उल्कापिंड का धरती से टकरा जाना.
कुछ वैज्ञानिक खोजों के अनुसार लगभग 6.5 करोड़ साल पहले एक विशालकाय उल्कापिंड 180 ट्रिलियन के फाॅर्स के साथ पृथ्वी से टकराया जिससे बहुत तेज भूकंप की स्थिति बन गयी. उस भूकंप की वजह से पानी और रोशनी की कमी हो गई, जिससे पृथ्वी पर रहने वाले ज्यादातर बड़े जीव पूरी तरह से ख़त्म हो गए.
क्या डायनासोर की क्लोनिंग संभव है?
डायनासोर की क्लोनिंग करना असंभव नहीं है, लेकिन इसके लिए उनके डीएनए की जरुरत पड़ेगी. डीएनए केवल ज्यादा से ज्यादा 20 लाख साल तक ही संरंक्षित रह पाते हैं. इस समय हमारे पास डायनासोर की क्लोनिंग करने लायक DNA उपलब्ध नहीं है. दुनियाभर के वैज्ञानिक इसके लिए प्रयासरत हैं.
इस पोस्ट में हमने आपको डायनासोर के इतिहास, उनके जीवन, उनसे जुड़े रोचक तथ्यों (Dinosaurs History, Life and Facts in Hindi) आदि के बारे में पूरी जानकारी दे है. उम्मीद है आपको डायनासोर से जुड़े बहुत सारे सवालों के जबाब मिल गए होंगे. अगर आपके पास इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं.
Sources: History.com | AMNH | Fun Dino Facts
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