आज मैं आपके साथ कुछ ऐसी दुख भरी शायरी साझा करने जा रहा हूँ, जिन्हें पढ़कर आपको निश्चित ही उनकी याद आ जाएगी, जिनसे आप अत्यधिक प्रेम करते हैं। इन शायरी के माध्यम से, आप अपने प्रियतम के साथ अपनी भावनाओं को साझा कर सकते हैं और उन्हें यह बता सकते हैं कि आप उन्हें कितना मिस करते हैं।
दुख भरी शायरी
यहां पर कुछ ऐसी दर्द भरी शायरी दी गई हैं, जब कोई अपनों को छोड़कर चला जाता है, तो दिल गहरी वेदना में डूब जाता है और उन्हें याद करता है। ऐसे समय में आप ये शायरियां पढ़ सकते हैं।
रोती हुई आँखे कभी, झूठ नहीं बोलती क्योंकि,
आँसू तभी आते हैं, जब कोई अपना दर्द देता है!
दिल में छुपी है वो दर्द की बातें,
जो लब पर ना आने देते हैं हम।
तू चाहेगी मुझे मेरी तरह और,
जब कोई छोड़ देगा तुझे तेरी तरह।
दिल तोड़कर मुस्कुरा रही हो आज,
देखना एक दिन तुम्हें भी पछताना होगा।
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दुख भरी शायरी
ना रहा करो उदास किसी बेवफा की याद में,
वो खुश है अपनी दुनिया में तुम्हारी दुनिया उजाड़ के।
दर्द में भी आप मुस्कुराना सीख गए,
मतलब आप अच्छे से जीना सीख गए।
पत्थर की दुनिया भावनाएँ नही समझती,
और वो मेरे दिल में क्या है ये बात नही समझती।
उसने पूछा आजकल क्या करते हो,
बोल दिया, मोहब्बत के सिवा सब करता हु।
दुख भरी शायरी हिंदी में
भरी प्रेम शायरी हिंदी में ढूँढना आपके प्यार में अनुभव किए गए दर्द को व्यक्त करने का एक माध्यम है। ऐसा करने के लिए आप इन शायरियों की तस्वीरों को आसानी से डाउनलोड करके उन लोगों को भेज सकते हैं जिनसे आप प्यार करते हैं या जिनके लिए आपके दिल में गहरी भावनाएं हैं। यह उन तक आपके दर्द और प्रेम की गहराई को पहुँचाने का एक तरीका है।
प्यार में अनुभव किया गया दर्द जीवन के सबसे मुश्किल लम्हों में से एक होता है। लेकिन इसे व्यक्त करने और साझा करने से न सिर्फ आप अपने दिल का बोझ हल्का कर सकते हैं, बल्कि यह भी संभव है कि आपके प्रियजन आपके दर्द को समझें और आपके बीच की दूरियाँ कम हों।
जो नींद चुराते है वो कहते है की सोते क्यों नहीं,
जब इतनी ही चिंता है तो हमारे होते क्यों नहीं।
बहुत दर्द होता है उस इंसान का याद आना,
जो हमें गलती से भी याद नहीं करता।
मरने वाले तो एक दिन बिना बताये मर जाते है,
रोज तो वो मरते है जो,
अपने से जायदा किसी और को प्यार करते है।
मोहब्बत इतनी थी कि उनको बताई ना गयी,
चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई ना गयी।
दुख भरी शायरी हिंदी में
चाहते नहीं थे उनसे दूर होना,
पर दूरिया इतनी थी की मिटाई ना गयी।
वक़्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को ताज़ा कर देता है,
कौन चाहता है मोहब्बत से दूर होना,
लेकिन वक़्त सबको मजबूर कर देता है।
सफ़र भी तुमने कराया था मोहब्बत की कश्ती पे,
अब नज़रे ना फ़ेर, मुझे डूबता हुआ भी देख।